Breaking News
उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में प्रचंड गर्मी ने लोगों को किया परेशान, 40 डिग्री के पार पहुंचा तापमान 
सीएम धामी ने 31 मई तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पूरी तरह बंद करने के दिए निर्देश
मोदी के नेतृत्व में विश्व में बज रहा भारत का डंका- महाराज
10 दिन के भीतर चारधामों में छह लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने किए दर्शन 
तमिल के बाद अब हिंदी में भी रिलीज होगी तमन्ना भाटिया और राशि खन्ना की हॉरर कॉमेडी फिल्म अरनमनई 4
बेतहाशा गर्मी और लू ने जनजीवन किया अस्त-व्यस्त, इन राज्यों में  रेड अलर्ट जारी 
 स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया जैसी अनेक योजनाओं से भारत आगे बढ़ा है – मुख्यमंत्री धामी
गर्मियों में खाएं ये फल, पेट और दिमाग दोनों रहेगा ठंडा
चारधाम यात्रा – सीएम धामी ने व्यवस्थाएं बनाने के लिए स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार को लगाया मोर्चे पर, 03 दिन रुद्रप्रयाग में डालेंगे डेरा

तेल कलश गाडू घड़ा यात्रा के दर्शन के लिए ऋषिकेश में उमड़ी भक्तों की भीड़, 11 मई की शाम को पहुंचेगी बद्रीनाथ 

कल श्रीनगर के लिए होगी रवाना

ऋषिकेश। तेल कलश गाडू घड़ा यात्रा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी उमड़ी। आज रात मुनि की रेती में विश्राम करने के बाद यात्रा कल श्रीनगर के लिए रवाना होगी। श्रीबदरीनाथ धाम गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा 25 अप्रैल की देर शाम नरेंद्र नगर राज दरबार से निकली थी। आज ऋषिकेश में श्रद्धालुओं को यात्रा के दर्शन का पुण्य प्राप्त हुआ। 11 मई की शाम कई पड़ावों से होते हुए यात्रा बदरीनाथ धाम पहुंचेगी और 12 मई को धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले जाएंगे।

बीती गुरुवार को राजमहल नरेंद्र नगर में परंपरानुसार डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत पदाधिकारियों की उपस्थिति में महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह और सुहागिन महिलाएं भगवान बदरी विशाल के अभिषेक के लिए तिलों से तेल पिरोकर चांदी के कलश में रखा। पूजा-अर्चना के बाद राजमहल में तेल का कलश गाडू घड़ा डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत पदाधिकारियों को सौंपा गया।

भगवान बदरीनाथ के अभिषेक के उपयोग में लाया जाने वाला तिल का तेल नरेंद्रनगर राजदरबार में पिरोया जाता है। और यह तेल गाड़ू घड़ा में डाला जाता है। गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा नरेंद्रनगर राजदरबार से रवाना हुई और शाम को ऋषिकेश पहुंची। सात मई तक गाडूघड़ा तेल कलश लक्ष्मी नारायण मंदिर में स्थापित कर दिया जाएगा। 8 को यात्रा सिमली, कर्णप्रयाग होते हुए पाखी गांव पहुंचेगी। 9 को नृसिंह मंदिर जोशीमठ और 10 को यात्रा आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी, बदरीनाथ के रावल (मुख्य पुजारी), धर्माधिकारी व वेदपाठियों के साथ रात्रि प्रवास के लिए योगध्यान मंदिर पांडुकेश्वर पहुंचेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top